हेट स्पीच मामले में कोर्ट से सज़ा पाने और विधानसभा से सदस्यता गंवाने के बाद सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खां ने बुधवार को चुप्पी तोड़ी और कहा की “लोकतंत्र को दमनतंत्र से नहीं दबाया जा सकता है”। सपा नेता आज़म ने आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव में अन्याय का इतिहास रचा जा रहा है।
सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खां ने रामपुर जिला स्थित सपा के जनपद कार्यालय में गुरुवार (24 नवंबर) को आयोजित कार्यक्रम में कहा, “चुनाव लोकतंत्र का पर्व कहा जाता है। लेकिन क्या हो रहा है, इस पर टिप्पणी करने से बेहतर यह है कि हम खुद इसका एहसास करें और हालात का मुकाबला करें।”
उन्होंने आगे कहा, “कुछ ऐसा करें की लोकतंत्र को दमनतंत्र से बचाया जा सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी ने इन्सानों के बीच कभी भी भेदभाव नहीं किया है। चुनाव का क्या है, वो तो आते जाते रहते हैं, लेकिन चुनाव में ऐसा अन्याय रचा जा रहा है कि जिसे आने वाली सदियां भी याद रखेंगी। जैसे ज़ुल्म करने वाले ज़ुल्म और बर्दास्त करने वाले का माद्दा याद रखा जाता है।”
आज़म खां ने कहा की समाजवादी पार्टी में शामिल हुए संतोष सिंह खैरा ने जेल में कहा था कि ‘मैं तभी ज्वाइनिंग करूंगा जब मैं जेल से बाहर आऊंगा।’ उन्होंने आगे कहा, “हमारे लोग जब आपकी कसौटी पर खरा उतरते हैं, तो आप हमारे साथ रहिए। हम आपकी कसौटी पर खरा नहीं उतरते, तो आप हमारा साथ छोड़ दीजिए।”
उन्होंने कहा कि शहर से उस समाज के लोग भी शरीक हो रहे, जिन्हें जमाना बड़ी हींन भावना से देखता रहा है। लेकिन कभी भी समाजवादियों ने इंसानों के बीच दीवार खड़ी नहीं की है। इससे पहले उन्होंने सिख समाज से पार्टी में शामिल हुए कई नेताओं का स्वागत किया।
इस मौके पर संतोष सिंह खैर समेत कई दिग्गज नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हुए है। वहीं पर जिलाअध्य्क्ष वीरेंद्र गोयल ने डटकर काम करने को कहा, जिससे समाजवादी पार्टी एक बार फिर सूबे में सरकार बना सके।