बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 टीम इंडिया ने अपने नाम कर ली हैं। इस सीरीज में भारत ने 2-1 से ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया है। अगर हम पहले तीन टेस्ट मैचों की बात करे तो ये पूरी तरह गेंदबाजों के नाम रहा लेकिन आखिरी टेस्ट मैच में बल्लेबाजी ने वापसी की और ये मैच ड्रा हुआ। आखिरी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की दो इनिंग्स और भारत की एक इनिंग्स मिलाकर जितने रन्स बनाये उतना पहले 2 टेस्ट मैचों में मिलकर नही बना पाया। चौथे टेस्ट क पहली इनिंग्स में ऑस्ट्रेलिया ने 480 रन और दूसरी इनिंग्स में 175/2 तो व्ही भारत ने पहली इनिंग्स में 571 रन बना डाले। टीम इंडिया की तरफ से कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। चाहे वो पहले टेस्ट में रोहित शर्मा और अक्षर पटेल की बल्लेबाजी हो और अश्विन जडेजा की जुगलबन्दी हो गेंदबाजी में। या फिर दूसरे टेस्ट ने अश्विन-जडेजा की गेंदबाजी हो।
वही तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम थोड़ी हल्की हुई और ऑस्ट्रेलिया ने बाजी मार ली लेकिन फिर भी वहां भी अश्विन और उमेश यादव ने मिलकर कहर भरपाया। अब बारी थी लास्ट टेस्ट की यहां अश्विन ने पहली इनिंग्स में 6 विकेट्स लिए लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने फिर भी 480 रन्स बना डाले। इसके बाद भारतीय टीम की तरफ से विराट कोहली ने 186 रन, शुभमन गिल ने 128 रन, और अक्षर पटेल ने 78 रन बनाएं। लेकिन गेंदबाजी चल नही सकी जिसके वजह से टीम इंडिया मैच जीत नही पायी और वो मैच ड्रा हो गया। पर इन सबमें एक चीज़ सेम रही और वो था अश्विन जडेजा की जुगलबंदी जिसने पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को परेशान कर दिया।
दरहसल, पहले टेस्ट से ही जडेजा ने बल्ले और गेंद से तो वही अश्विन ने अपनी फिरकी के जादू से सबको हैरान कर दिया। पिच से स्पिनर्स को मदद मिल रही थी लेकिन सब स्पिनर्स एक तरफ और भारतीय टीम के ये दो सीर्सक तरफ इन दोनों ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया टीम के काफी विकेट्स लिए। जहाँ रविंद्र जडेजा ने भारतीय टीम की तरफ से 22 विकेट लिए तो वही रविचंद्र अश्विन ने 26 विकेट्स लिए जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज भी चुना गया। अश्विन की फिरकी इतनी अच्छी थी कि कई दिग्गज भी हैरान हो गए।