दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के मामलें में तिहाड़ जेल में बंद है। उनपर दिल ब दिन नए आरोप लग रहे है और उन आरोपों में वो बुरी तरह फंसते जा रहे है। ये कहना गलत नही होगा कि मनीष सिसोदिया पर लगे आरोपों पर आम आदमी पार्टी तक के पास कोई ठोस जवाब नही है बल्कि वो तो बीजेपी पर षड्यंत्र और केंद्र एजेंसियों का दुरुपयोग करने का इलज़ाम ही लगा रही है। सिसोदिया फिलहाल जेल में है और अब उनके परिवार के लिए एक बड़ी खबर आ रही है। सिसोदिया के परिवार को 5 दिनों के भीतर आधिकारिक बंगला खाली करना होगा। सिसोदिया का परिवार इसवक्त मथुरा रोड स्थित बंगला नंबर एबी-17 आवास नई दिल्ली में रह रहा है लेकिन अब वो मंत्री नही रहे इसलिए वो बंगला अब उनकी जगह नवनियुक्त मंत्री आतिशी को दिया जायेगा। पीडब्लूडी के अनुसार 21 मार्च या उससे पहले सिसोदिया को सरकारी बंगला आतिशी के लिए खाली करना पड़ेगा।
दिल्ली प्रशासन सरकारी आवास आवंटन के नियम 1977 के अनुसार ये निर्देश जारी किया गया, जिसमें ये साफ़ लिखा हुआ है कि आवंटी को नए मकान में शिफ्ट होने के लिए 15 दिनों के अंदर के समय में ही आवंटित घर को खाली करना होगा। इसके साथ जल/लाइसेंस शुल्क समेत सभी जरुरी बिल डीडीओ को जमा करना भी जरुरी होता है। अब इसपर सियासत शुरू हो गयी है। जहाँ एक तरफ संजय सिंह ने कहा कि, आतिशी मंत्री है तो उन्हें सरकारी बंगला मिलना चाहिए, इसमें क्या गलत हो गया? मनीष सिसोदिया हमारे भाई और उनका परिवार हमारा परिवार, हम उनकी देखभाल करेंगे। बीजेपी सिसोदिया के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार कर रही है और सभी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
बीजेपी ने तंज कसते हुए आम आदमी पार्टी पर निशान साधा। बीजेपी आईटी प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि, मनीष सिसोदिया जेल में है एक तरफ केजरीवाल कह रहे है उनकी परिवार की देखभाल करेंगे और दूसरी तरफ उन्हें बेघर कर रहे है ताकि आतिशी को सरकारी बंगला दिया जा सके। सिसोदिया को मंत्री पद से हटा दिया गया लेकिन सत्येंद्र जैन जो कि पिछले 9 महीनों से जेल में है उनको अबतक मंत्री पद पर बनाया हुआ हैं।