भारतीय तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया के लिए ट्रम्प कार्ड कहे जाते है। उनको डेथ बोलिंग स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है और उनकी गेंदो की रफ़्तार के आगे विपक्षी बल्लेबाज भी घुटने टेकने पर मजबूर हो जाता है। बुमराह को फैंस अब काफी समय से मिस कर रहे है। वैसे तो टीम इंडिया बुमराह के बगैर भी शानदार खेल दिखाते हुए श्रीलंका व न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज को क्लीन स्वीप भी किया है। इसके साथ ही टी20 सीरीज श्रीलंका के खिलाफ भी टीम इंडिया 2-1 से जीती थी। लेकिन फिर भी बुमराह की कमी टीम इंडिया को अंतिम ओवरों में काफी खलती है। उनका वर्ल्डकप और आईसीसी मेंस टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले ठीक होना काफी अहम है क्योंकि पिछले 4 महीनों से बुमराह मैदान से बाहर है। बुमराह का बैक इंजरी का ट्रीटमेंट बेंगलुरु के नेशनल क्रिकेट अकादमी में चल रहा हैं। बीसीसीआई भी अब बुमराह को लेकर कोई रिस्क नही लेना चाहती। यही वजह है कि बुमराह की फिटनेस पर कोई कुछ भी खुलकर नही बोल रहा है।
अब इसी बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुमराह को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘हम उनकी फिटनेस को लेकर कोई जल्दबाज़ी नही करना चाहते और न ही कोई रिस्क लेना चाहते। बुमराह टीम के किये काफी अहम है और उनको ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 2 टेस्ट के लिए भी सेलेक्ट हमने इसी वजह से नही किया कि वो पूरी तरह फिट हो जाए। अभी हमारे पास ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद भी काफी मैच है, इसलिए उनकी फिटनेस पर अभी कुछ कहा नही जा सकता।’ दरहसल बुमराह पिछले साल एशिया कप से ठीक पहले चोटिल हो गए थे जिसकी वजह से उनको बाहर होना पड़ा। इसके बाद उनको ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज में खेलने का मौका जरूर मिला लेकिन वो फिर चोटिल हो गए और इसबार बुमराह अनिश्चितकाल के लिए बाहर हुए यानी उनकी चोट पर कुछ कहा नही जा सकता। बुमराह को बैक इंजरी की शिकायत थी।
बुमराह को श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में बीसीसीआई ने सेलेक्ट किया था लेकिन उनका नाम वापिस ले लिया गया। उनकी टीम में काफी महत्वपूर्ण स्थान है। बुमराह और ऋषभ पंत दोनों ही टीम इंडिया के ट्रम्प कार्ड कहे जाते है और वर्ल्डकप से पहले दोनों का फिट होना बेहद जरुरी है। पंत पर तो इसवक्त सवाल काफी बड़ा है क्योंकि उनकी चोट काफी गहरी है एक्सीडेंट की वजह से वो करीब 8 महीनों के लिए मैदान से बाहर होंगे। व्ही बुमराह पर टीम इंडिया कोई रिस्क नही लेगी।