सपा सरकार के दिग्गज नेता और स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के करीबी दोस्त आजम खान उत्तर प्रदेश के सबसे दिग्गज नेताओं में से एक है। पिछले 45 सालों से रामपुर के सांसद रह चुके आज़म खान का राजनीतिक सफर अब खत्म होता दिख रहा है क्योंकि अब रामपुर की जनता बेखौफ होकर उनके खिलाफ वोट डाल रही है और यही कारण है कि 2022 में हुए उपचुनाव में भी रामपुर से सपा के मुस्लिम उम्मीदवार को बीजेपी के हिन्दू उम्मीदवार ने भारी मतों से हराकर एक नई उम्मीद जगाई है। सपा के दिग्गज नेता आज़म खान को 6 महीने में ये दूसरा बार 440 वाल्ट का झटका लगा है जब जून में हुए रामपुर के उपचुनाव में भी सपा के आसिम राजा को करीब 40 हज़ार से ज्यादा वोटों से बीजेपी के घनश्याम लोधी ने हराया था और एक बार फिर से रामपुर की जनता ने आज़म खान व उनकी सोच को नकारते हुए सपा के उम्मीदवार आसिम राजा को 33 हज़ार वोटों से बीजेपी के आकाश सक्सेना ने हरा दिया है।
सुबह से चल रहे मतगणना में बीजेपी उम्मीदवार आकाश सक्सेना आगे चल रहे थे और शाम होते ही उन्हें जीत हासिल हो गयी। ये गौर करने वाली बात है कि रामपुर में मुस्लिम समुदाय से लेकर यादव वोटरों ने भी सपा उम्मीदवार को नकार दिया जो कि खुद में एक चौंका देने वाली बात है। रामपुर सपा उम्मीदवार आज़म खान का गढ़ माना जाता है लेकिन 2019 से वो 3 सालों से जेल में बंद थे। उनपर कई सारे आपराधिक मामलों में सुनवाई चल रही थी जिसकी वजह से जनता में भी उनका विश्वास खत्म होने लगा। आज़म खान के खिलाफ जनता का आक्रोश देखने को मिल रहा है यही कारण है कि जनता ने उनकी नफरत फैलाने वाली सोच को हटा दिया है।
बीजेपी के दिग्गज नेता मुख्तार अब्बास नकवी इस उपचुनाव के लिए निरंतर रामपुर में मौजूद थे और उन्होंने कोई कसर नही छोड़ी आकाश सक्सेना के प्रचार में। नकवी ने आम जनता से लेकर दूसरे समुदाय के लोगों को भी अपने साथ जोड़कर देखा और यही वजह है कि रामपुर में बीजेपी के आकाश सक्सेना ने सपा उम्मीदवार को पराजित किया।