भारत के राज्य आंध्र प्रदेश को साल 2014 में दो हिस्सो मे बांट दिया गया था। जिसके बाद राज्य के दो हिस्से हो गए थे। एक तेलंगाना जो भारत का एक और राज्य बन गया था। इसके बाद आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद तेलंगाना राज्य का हिस्सा हो गई थी। तो वही, अब आंध्र पद्रेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने अपने राज्य की नई राजधानी गोशित कर दी है। पहले आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती थी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की नई राजधानी विशाखापत्तनम होगी। उन्होंने ने इस बात की घोषणा दिल्ली के इंटरनेशनल डिप्लोमेट अलायंस के एक कार्यक्रम में की करी है। दिल्ली में हो रहे इस कार्यक्रम के दौरान सीएम रेड्डी ने कहा कि वह बहुत jld भविष्य में विष्खापत्तनम में शिफ्ट हो जायेंगे। दिल्ली के इस कार्यक्रम के मौजूद सभी लोगो को सीएम रेड्डी ने आंध्र प्रदेश की नई राजधानी विशाखापत्तनम आने का न्योता दिया है।
बात दे आपको कि दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के सीएम जगन रेड्डी ने कहा, ‘मैं दिल्ली सिर्फ आप लोगो को आंध्र प्रदेश की नई राजधानी विशाखापत्तन आने का न्योता देने के लिए आया हूं। आने वाले महीनों में मैं भी विशाखापत्तनम शिफ्ट हो जाऊंगा।’ इसी साल मार्च में विशाखापत्तनम में जीआईएस होने वाली है। इस जीआईएस में आने के लिए राज्य सरकार ने भारत के राजदूतों एवं दुनिया के सभी उद्योगपतियों को न्योता दिया है। आंध्र प्रदेश के सीएम रेड्डी चाहते हैं कि दुनिया भर के बड़े बड़े बिजनेसमैन विष्खापतानम आए। बात दे आपको कि भारत के इस राज्य में पीछले कुछ सालो मे दोहरे अंकों में वृद्धि हुई है। साल 2021-22 में राज्य की वृद्धि दर 11.43 प्रतिशत रही है। इस दौरान राज्य में 90.31 अरब डॉलर के निवेश हुए हैं।
नायडू बनाना चाहते थे अमरावती को राजधानी
आंध्र प्रदेश के टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने साल 2015 में आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती को बनाने का फैसला लिया था। इसके बाद साल 2020 में आंध्र प्रदेश की राज्य सरकार ने तीन शहरों अमरावती, विशाखापत्तनम एवं कुरनूल को राजधानी बनाने की योजना बनाई थी। लेकिन अमरावती जिले में हुए जमीन घोटाले की वजह से काफी चर्चा में बना रहा है। इस जमीन घोटाले के बारे में सीएम रेड्डी की वाईएसआरसीपी पार्टी पूर्व सीएम नायडू के खिलाफ जांच की मांग कर चुका है।