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क्या बिहार की राजनीती में आने वाला है बड़ा ट्विस्ट, नितीश-तेजस्वी का महागठबंधन टूटने की कगार पर, जानिए पूरी रिपोर्ट

बिहार की राजनीती इसवक्त काफी नाजुक मोड़ पर है क्योंकि महागठबंधन की सरकार पर संकट के बादल छा गए है। नीतीश कुमार का रिकॉर्ड शुरू से ही काफी ख़राब है और अब ये बात जगजाहिर हो गयी है कि बिहार में एकबार फिर माहौल गर्म हो चुका है क्योंकि आरजेडी और जेडीयू के बीच विवाद दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। ये तब से हो रहा है जब से आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया है, उसदिन के बाद से बिहार की राजनीति ने एक नया मोड़ ले लिया है। जेडीयू पार्टी के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने बगावत करना शुरू कर दिया और उन्होंने ये बात साफ़ कर दी है कि बिहार के सीएम की बेइज़्ज़ती बर्दाश्त नही की जायेगी।

दरहसल, आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने कहा था की, “बिहार के सीएम नीतीश कुमार 350 करोड़ के विमान में घूमते है, उसके लिए पैसा है लेकिन जब बिहार के विकास की बात हो तो वो दिल्ली कटोरा लेकर भीख मांगने पहुँच जाते है। ऐसा भिखमंगा इंसान आज तक नही देखा।” इस बयान पर आरजेडी ने कार्यवाही करने के बजाय ये कहकर किनारा कर लिया कि ये सुधाकर का निजी बयान है इससे आरजेडी पार्टी का कोई लेनादेना नहीं है। इसके बाद से बिहार की राजनीती में बवाला चालु हो गया और जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसे बयानबाज़ी सीएम के खिलाफ बर्दाश्त नही की जायेगी।

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सुधाकर सिंह को सीएम से माफ़ी मांगनी चाहिए। जनता की पहली पसंद नीतीश कुमार है और यही कारण कि सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सीएम नीतीश कुमार को बैठने का मौक़ा मिला है। उपेन्द्र कुशवाहा ने ये भी कहा कि महागठबंधन के टूटने के डर से मैं अपना मुँह नही बंद कर सकता। नीतीश मेरे बड़े भाई जैसे है और उनके खिलाफ इस तरह की भाषा ने मुझे आहत पहुँचाया है। आपको बता दे, पिछले साल ही नीतीश कुमार ने बीजेपी का दामन छोड़ आरजेडी के साथ हाथ मिला लिया था और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बना दिया था। यही नही सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में ये बयान देकर सबको चौंका दिया था कि 2025 में जेडीयू पार्टी तेजस्वी यादव के साथ चुनाव लड़ेगी।

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