जम्मू–कश्मीर में इस बार आतंकी साजिश होने से पहले ही रोक दिया गया है। कुछ दिनों पहले जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला हुआ था। जिसमे 9 लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। जम्मू कश्मीर के नरवाल में 21 जनवरी को दो आईईडी धमाके हुए थे। इस हमले के आतंकी को गिरफतार कर लिया गया है। इस आतंकी का कनेक्शन लश्कर–ए–तैयबा के साथ है। ये आतंकवादी संगढ़न पाकिस्तान का है। पकड़े गए आतंकी के पास से परफ्यूम बम मिला है। बताया जा रहा है कि इस परफ्यूम बम को छूने या खोलने से तुरंत ब्लास्ट हो जाता है।
जम्मू कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया नरवाल के हुए आतंकी हमले में पकड़े गए आतंकी का ही हाथ है। ये आतंकी आरिफ है। आरिफ एक सरकारी टीचर है और रियासी का रहने वाला है। इसके तार पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर–ए–तैयबा से जुड़े है। आरिफ के पास मिले परफ्यूम बम में आईईडी का इस्तमाल किया गया है। पहली बार देश में ऐसा बम देखने को मिला है। पाकिस्तान शुरू से ही आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। दुनिया में न जाने कितने निर्दोष को अपने जीवन से हाथ दोनो पड़ा है। पाकिस्तान भारत के जम्मू कश्मीर में लोगो को दो गुटों में बांटना चाहता है। इस वजह से लगातार ये आतंकवादी गतिविधियां बड़ा रहे है।
जम्मू-कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया है कि आरिफ ने कुबूल किया है कि उसने ही नरवाल में आतंकी घटना को अंजाम दिया था। आरिफ ने पुलिस को बताया है कि उससे पाकिस्तान की तरफ से तीन आईईडी मिले थे। जिसे उसने मई साल 2022 में बस हमले के दौरान यूज किया था। कटरा में हुए बम धामके को आरिफ ने ही अंजाम दिया था। इस बस में वैष्णो देवी के लिए यात्री यात्रा कर रहे थे। जिसमे 4 लोगो की मौत हो गई थी और 22 लोग घायल हो गए थे। बता दे आपको कि नरवाल में हुए आतंकी हमले में दो जगह पर आरिफ ने आईईडी लगाए थे। जिसमे पहले आईईडी धमाके में 9 लोग घायल हो गए थे। तो वही, साल 2022 फरवरी में शास्त्री नगर में हुए बम धमाके में भी आरिफ शामिल था।