राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए बीजेपी समेत सभी पार्टियां ज़ोरो शोर से अपने दल को मजबूत कर रही है। इसी बीच राजस्थान के सीएम अशोक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले रक बड़ा सियासी दांव चला है। सीएम अशोक गहलोत ने सदन में ये ऐलान कर सबको चौंका दिया कि अब राजस्थान राज्य में 19 नए जिले और तीन नए संभाग होंगे। इस घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने राजस्थान की जनता को अपने फेवर में लाने की एक कोशिश की है। अब इस ऐलान के बाद राजस्थान में 33 से बढ़कर 52 जिले हो गए है। जबकि संभाग की संख्या सात से बढ़कर दस हो जाएगी। काफी समय से नए जिले की मांग की जा रही थी और इसपर कांग्रेस गुपचुप तरीके से काम बहु कर रही थी और आखिरकार सीएम ने मोहर लगा दी। सदन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ नए जिलों की मांग की गयी थी और इसके लिए हमने एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाई थी जिसने पूरा सर्वे करने के बाद अंतिम रिपोर्ट दी और हमने 19 नए जिले बनाने की घोषणा कर दी है।
ये होंगे राजस्थान के 19 नए जिले
राजस्थान राज्य में अनूपगढ, ब्यावर, बालोतरा, डीग, डीडवाना, दूदू, गंगापुर सीटी, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी, कोटपुतली, बहरोड़, खैरथल, फलोदी, सलुंबर, सांचोर, शाहपुरा और नीम का थाना नए जिले होंगे।
ये होंगे तीन नए संभाग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 नए जिलों के साथ राजस्थान में तीन नए संभाग का भी ऐलान किया है। इसमें बांसवाड़ा, पाली और सीकर नए संभाग होंगे. अब तक जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर और बीकानेर संभाग।
सीएम अशोक गहलोत ने सदन में बयान दिया कि अब राजस्थान की राजधानी जयपुर को और जोधपुर को दो जिलों में बांट दिया गया है। इसी तरह राजस्थान में पहले कुल 33 ज़िले थे और अब 19 ज़िले और बढ़ गए हैं। इसके साथ ही राजस्थान में विधायकों को विकास के लिए मिलने वाले एनुअल फंड भी बढ़ाया गया ताकि वो जनता का विकास कर सकें। अब देखने वाली बात होगी कि राजस्थान में इस घोषणा से क्या कुछ बदलेगा और इससे उनको कुछ फायदा मिलेगा आगामी विधानसभा चुनावों में या नही।