बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार संजय दत्त को उनके फैंस उन्हे प्यार से संजय बाबा और खलनायक के नाम से बुलाते है। खलनायक, साजन, मुनाभाई, थानेदार जैसी हिट मूवीज बॉलीवुड इंडस्ट्री के नाम करने वाले संजय दत्त के जीवन में कई उतार चढ़ाव देखने को मिले है। एक समय में बॉलीवुड इंडस्ट्री पर राज करने वाले संजय दत्त का ऐसा पासा पलटा की वह अपने डूबते हुए करियर को बचाने में लग गए। अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ ही हमेशा से ही अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले संजय बाबा के जीवन के बारे में एक ओर खबर सामने आई है। जिसमे बताया जा रहा है कि संजय दत्त के फिल्मी करियर को बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक राजकुमार हीरानी ने बचाया था। बता दे आपको की फिल्मों में रोमांटिक सीन देने के साथ ही संजय दत्त अपने असल जीवन में भी खूब रोमाटिंक अंदाज वाले रहे है। हालांकि, जानते है आगे के आर्टिकल में की कैसे राजकुमार हीरानी ने बचाया था बाबा का करियर।
इस फिल्म से बचा था संजय दत्त का करियर, मिला था नया नाम
बॉलीवुड इंडस्ट्री के खलनायक का फिल्मी सफर डायरेक्टर राजकुमार हीरानी ने अपनी फिल्म ‘मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस’ से बचाया था। इस फिल्म में डायरेक्टर अगर संजय दत्त को नही लेते तो शायद पता नही आज संजय दत्त का वाजुद बॉलीवुड इंडस्ट्री में कैसा होता। फिलहाल बता दे आपको की साल 2003 में आई इस फिल्म ने कई रिकॉर्ड तोड़े थे। और मुन्ना भाई एमबीबीएस मूवी से संजय दत्त को मुन्ना भाई का भी टैग मिला। लेकिन इस मूवी से पहने बॉलीवुड सुपरस्टार संजय दत्त की लगातार 7 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई थी। यह सात फिल्मे थी, एक ग्यारह, कांटे, अनर्थ, हथियार, मैंने दिल तुझको दिया, हम किसी से कम नहीं और पिताह।
फिल्म ने किया था जबरदस्त कमाल, इस फिल्म के जरिए किया था हीरानी ने अपना बॉलीवुड डेब्यू
मुन्ना भाई एमबीबीएस के जरिए डायरेक्टर राजकुमार हीरानी ने बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म बॉलीवुड इंडस्ट्री में कर्ज थी। जिसके बाद अभी तक ‘लगे रहो मुन्नाभाई, थ्री इडियट्स, पीके और संजू’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनाई है। तो वही, अभी वह अपनी आगामी फिल्म डंकी के लगे हुए हैं। जिसमे उनके साथ शाहरुख खान नजर आने वाले है।
संजय दत्त को मिले थे मुन्ना भाई से यह अवार्ड, फिल्म ने बनाए थे कई रिकॉर्ड
बॉलीवुड सुपरस्टार संजय दत्त की फिल्म ‘मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस’ 2000 दशक के सबसे लंबे समय तक सिनेमाघरों में टिकने वाली मूवी बनी थी। यह फिल्म करीब 25 सप्ताह तक सिनेमाघरों मे लगी रही थी। तो वही, इस फिल्म के लिए साल 2005 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के दौरान सर्वश्रेष्ठ फिल्म (आलोचक), बेस्ट स्क्रीनप्ले और संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली फिल्म बेस्ट पॉपुलर फिल्म कैटेगरी में अवॉर्ड जीत था। साथ ही संजय दत्त को इस फिल्म के लिए आईएफा अवॉर्ड्स 2004 में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था।