भारत क्रिकेटर्स को लेकर उनके फैंस में एक अलग ही लेवल की दीवानगी दिखने को नजर आती है। हाल ही में भारत के दिग्गज पूर्व बल्लेबाज और ओपनर वीरेंद्र सहवाग अपने कुछ पुराने दिनों को लेकर सुर्खियों का विषय बने हुए है। जिसमे वीरेंद्र सहवाग ने साल 2011 में हुए वर्ल्ड कप को लेकर एक मजेदार किस्सा सभी के साथ शेयर किया है। बताते चले की साल 2011 में हुए वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच के दौरान मैच के मास्टर ब्लास्टर दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान का एक मजेदार किस्से का खुलासा किया है। सहवाग ने बताया कि उनकी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से मजेदार बातचीत हुई थी। जिसको उन्होंने सबके साथ शेयर किया है।
पवेलियन के दौरान पास करी मुस्कान
आपको बताते चले की महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने साल 2011 में हुए वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे। जहा सचिन अपने 85 रन बनाकर पवेलियन लौटे गए थे। जिसके दौरान सहवाग डगआउट में बैठे हुए थे। जहा से बैठ कर सहवाग सचिन तेंदुलकर को देखकर मुस्कुराए। जिसके रिप्लाई में पलटकर सचिन ने भी मुस्कान दी।
सचिन ने जानी सहवाग की मन की बात
सहवाग ने आगे बताया की सचिन तेंदुलकर को पता था की वह उनको देख कर क्यू हस रहे है। तब उन्होंने ने सचिन से पूछा की वह क्यू हस रहे है वह उन्हें बताए। जिसपर सचिन ने सहवाग को जवाब देते हुए कहा कि वह सोच रहे है की अच्छा हुआ की वह शतक बनाने में हार गय। अगर वह शतक के लिए रुकते तो भारत हार जाती। तब सहवाग ने सचिन से पूछा था की आखिर उन्हे कैसे उनके दिल की बात पता चल गई। जिसके साथ ही सहवाग ने कहा कि पहले बार शतक बनाने पर भारत हरा था। दूसरी बार शतक लगाने पर मैच ड्रा हुआ था। साथ ही कहा था की भगवान का शुक्र है कि सचिन ने शतक नहीं जमाया। जिससे भारत वर्ल्ड कप जीत गई।
साल 2011 के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ मैच हुआ था। जिसमे भारत की जीत हुई थी। जिसके बाद भारत ने श्रीलंका को पछाड़ साल 2011 वर्ल्ड कप क खिताब अपने नाम कर लिया था। सचिन तेंदुलकर ने 6 वर्ल्ड कप में साल 2011 में पहली बार ट्रॉफी हासिल करी थी। इस बार हो रहे वर्ल्ड कप में भी भारत की टीम अपना अच्छा परफॉर्मेंस देती हुई नजर आ रही है। जहा भारत ने अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा कर जीत हासिल करी थी। तो अब भारत का अगला मैच अफगानिस्तान के खिलाफ होना है।