भारतीय क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के शानदार बल्लेबाज रोहित शर्मा की सफलता आज पूरी दुनिया को पता है। उन्होंने ने अपने बल्ले के सहारे अपना नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में दर्ज कराया है। जो उनकी प्रतिभा, लचीलेपन और नेतृत्व का उदाहरण है। 30 अप्रैल, 1987 को बंसोड़, नागपुर में जन्मे रोहित शर्मा एक उभरते क्रिकेटर से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान तक की यात्रा बहुत ज्यादा अच्छी रही है। रोहित शर्मा का क्रिकेट से जुड़ाव कम उम्र में ही शुरू हो गया था और उन्होंने शुरुआत में ही इस खेल में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उन्हें पहली अंतरराष्ट्रीय सफलता 2007 में मिली जब उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) पदार्पण किया। हालाँकि, 2013 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रनों की विस्मयकारी पारी के साथ वैश्विक मंच पर अपने आगमन की सही मायने में घोषणा की, और वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए।
रोहित शर्मा ने हासिल करी अपार सफलता, कप्तान के रूप में भी आए उभर कर आए सामने
बल्लेबाजी के साथ ही रोहित शर्मा अपनी कप्तानी के लिए भी पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर चुके हैं। हालांकि, कप्तानी के लिए उनकी प्रतिभा तब उभरकर सामने आई जब उन्होंने मुंबई इंडियंस को कई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब दिलाए। जिससे न केवल उनकी बल्लेबाजी क्षमता बल्कि रणनीतिक कौशल का भी प्रदर्शन हुआ। इसके साथ ही इंटरनेशनल लेवल पर भी उन्होंने ने अपनी कप्तानी में कई जीत टीम इंडिया को दिलाई है।
हिटमैन के नाम से हुए दुनिया में मशहूर, किए कई रिकॉर्ड अपने नाम
रोहित शर्मा को ‘हिटमैन’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने ने अपने नाम कई रिकॉर्ड कर रखे है। जिसमें वनडे में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर (2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रन) भी शामिल है। तो वही, मैदान के बाहर, रोहित शर्मा की विनम्रता और खेल कौशल ने उन्हें प्रशंसकों और साथियों के बीच समान रूप से लोकप्रिय बना दिया है। इसके साथ ही मैदान पर मिले दबाव में उनका शांत व्यवहार और चतुराईपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता एक अनुभवी क्रिकेटर को दर्शाती है जो उदाहरण पेश करता है।