बुधवार को एक बार फिर कच्चे तेल (Crude Oil) के दामों में उछाल देखने को मिला। आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल का दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। आज ब्रेंट ब्रेंट क्रूड ऑयल 101 डॉलर प्राइस पर ट्रेंड कर रहा था।
बता दें की 2 अगस्त के बाद आज पहली बार क्रूड ऑयल अपने उच्चतम स्तर पर ट्रेड कर रहा है। इसके कारण की बात करें तो ईरान के कच्चे तेल की सप्लाई करने की संभावना के बाद ही सउदी अरब ने ओपेक प्लस देशों द्वारा उत्पादन में कटौती करने की वकालत की है। इस कारण ही आज कच्चे तेल के दामों में उछाल आया है।
विकसित देशो में मंदी की आशंका से बढ़े कच्चे तेल के दाम
माना जा रहा है कि ईरान फिर से भारत में क्रूड ऑयल की सप्लाई शुरू कर सकता है। ऐसे में सउदी अरब के एनर्जी मंत्री ने ओपेक+ देशों द्वारा तेल के प्रोडक्शन में कटौती करने को कहा है।
वहीं दूसरी तरफ अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में विकसित देशों में मंदी मंदी देखने को मिल सकती है। इस आशंका के बाद से ही कच्चे तेल के दामों में बढ़त देखने को मिली है।
बढ़ सकती है भारत की दिक्कतें
क्रूड ऑयल में उछाल आने से भारत की दिक्कतें बढ़ सकती है। कच्चे तेल में बढ़ोत्तरी होने से सरकारी तेल कंपनियों को घाटा हो सकता हैष बताया जा रहा है कि क्रूड ऑयल में गिरावट आने के बाद सरकारी कंपनियों का घाटा कम हो गया था। लेकिन अब फिर से इसके दाम बढ़ने से कंपनियों का घाटा बढ़ सकता है।
सरकारी तेल कंपनियों का कहना है कि वे आम लोगों पर इसका अधिक भार नहीं डाल सकतें हैं। बता दें कि अप्रैल-जून 2022 में तीनों सरकारी कंपनियों को करीब 18,000 करोड़ रुपये से ज्यादा नुकसान हुआ था।